बदलाव जरूरी हैै
बदलाव जरूरी हैै
अब ना राम कहते है, ना रहिम कहते है
अब ना हिन्दु रहते है ना मुस्लिम रहते है
अब सिर्फ एक इंसान रहते है
और मिलकर हिंदुस्तान कहते है
जो बांट रहे है धर्म में हमे
और बांध रहे नफरत से देश को
चलो उन से मिल कर सब सवाल करते है
सत्ता के वो अधिकारी बने है
चलो उनको सब याद दिलते है
ये उनकी जागीर नहीं है
पद उनका छिन जाने का भय दिखलाते है
अब सबसे पहले कुछ और नहीं
राजनेताओं के लिए कानून बनवाते है
ऐरा-गैरा कोई देश चला नहीं सकता
उनके लिए स्नातक की शिक्षा,
चरित्र प्रमाण पत्र जरूरी करवाते है
पर्च भरने के लिए उम्र की बंदीशें लगाते है
उनके लिए सरकारी खर्चे की लीमिट लगवाते है
Fankaaar & Team | Nisha nik''ख्याति'
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